
बलरामपुर / कुसमी (सैफ सिद्दीकी), 21 मार्च।
शुक्रवार दोपहर मौसम ने अचानक करवट बदली, जिससे क्षेत्र में तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। इस बेमौसम बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वहीं, कई घरों में पानी घुसने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बारिश और ओलावृष्टि से बिगड़े हालात
दोपहर करीब एक बजे घने बादलों के बीच तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हुई, जो आधे घंटे तक जारी रही। इसके साथ ही ओले गिरने लगे, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। ग्रामीणों को घरों में घुसे पानी को निकालने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
कीचड़ में तब्दील हुई सड़कें, आवाजाही हुई मुश्किल
क्षेत्र में वर्षों से बॉक्साइट खनन कार्य जारी है, लेकिन आधारभूत सुविधाओं की कमी बनी हुई है। बारिश के कारण कच्ची सड़कें कीचड़ में बदल गईं, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में कठिनाई हो रही है।
किसानों को तगड़ा झटका, फसलें बर्बाद होने की कगार पर
इस मौसम के बदलाव से रबी फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। मसूर, चना, मटर और गेहूं की कटाई अभी पूरी नहीं हुई थी, और जो फसलें खलिहानों में रखी थीं, वे भीगकर खराब होने की कगार पर पहुंच गई हैं।


विशेषज्ञों का मानना है कि तापमान में गिरावट गेहूं के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन यदि जल्द धूप नहीं निकली, तो दलहनी और तिलहनी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो सकती हैं।
किसानों की बढ़ी चिंता
इस अनिश्चित मौसम ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। फसल को हुए नुकसान से उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है। अब सभी की नजरें आने वाले मौसम पर टिकी हैं, जिससे कुछ राहत की उम्मीद की जा रही है।